बीकानेर abhayindia.com कोरोना आपदा के संकटकाल का सामना कर रहे गरीबों, असहायों और जरूरमंदों को राहत देने के लिये राज्य सरकार सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली के जरिये सस्ता अनाज मुहैया करवा रही है, मगर बीकानेर में जिले में डीएसओ की नाकामी के कारण मनमानी पर उतरे राशन डिपो होल्डर जरूरमंदों को भटका रहे है।
जिले में यह हालात शहरी इलाकों में नहीं गांवों में कायम है जहां डिपो होल्डर धांधलेबाजी कर जरूरमंदों के गेंहू और राशन की कालाबाजारी कर रहे है। सरकारी राशन वितरण प्रणाली में बह रही भ्रष्टाचार की इस बयार में जिलेभर के अस्सी फिसदी डिपो होल्डर शामिल है।
हैरानी की बात यह है कि जिला रसद अधिकारी समेत प्रर्वतन निरीक्षकों को राशन डिपो होल्डरों सारी कारस्तानिया पुख्ता तौर पर पता होने के बावजूद निरोधात्मक कार्यवाही नहीं कर रहे है।
जानकारी के अनुसार शहरी इलाके में ज्यादात्तर डिपो होल्डर मर्जी आये जब डिपों खोलते है,मर्जी आये जब ताला लगाकर चले जाते है। कई इलाकों के डिपो होल्डर तो दो-दो दिनों तक डिपों नहीं खोलते और पीछे से राशन नहीं आने का बहाना बना कर उपभोक्ताओं को भटकता रहते है। कई डिपो होल्डरों की बेईमानी का आलम यह है कि राशन का गेंहू आटा चक्की वालों को सप्लाई कर कागजी भरपाई कर लेते है। ऐसे दर्जनो डिपो होल्डरों की शिकायतें जिला रसद कार्यालय में लंबित है, जिला कलक्टर और जन प्रतिनिधियों की जन सुनवाई में भी सबसे ज्यादा शिकायतें डिपो होल्डरों की मिलती है।