








जयपुर abhayindia.com मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी से इस्तीफे के बाद राजस्थान के सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के 22 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भी आज भाजपा में शामिल होने की अटकलें जारी है। इसी बीच, भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन एक बड़ा बयान आया है। इसमें उन्होंने पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि राजस्थान में सचिन पायलट के साथ वही व्यवहार हो रहा है, जो मध्यप्रदेश में कमलनाथ और कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ किया।
प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने मध्यप्रदेश में मचे सियासी घमासान पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अपने घर को नहीं संभाल पा रही है। पार्टी के युवा नेताओं का कांग्रेस में अपमान हो रहा है। उन्हें कांग्रेस में कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।
इधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने को लेकर ट्वीट के माध्यम से बड़ा बयान देते हुए कहा कि सिंधिया ने लोगों के विश्वास के साथ-साथ विचारधारा के साथ विश्वासघात किया है।
कयासों का दौर…
एमपी में आई सियासी सुनामी ने कांग्रेस को हिला कर रख दिया है। कांग्रेस को अब सत्ता हाथ से फिसलती नजर आ रही है। ऐसे में राजस्थान को लेकर भी कयासों का दौर तेज हो गया है, लेकिन वर्तमान हालातों में राजस्थान में कोई सियासी संकट नजर नहीं आ रहा है। 200 विधानसभा सीटों वाले राजस्थान में कांग्रेस के पास 100 विधायक हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के 6 और लोकदल के विधायक के कांग्रेस में विलय होने के बाद कांग्रेस के पास 107 विधायक हो गए हैं। 13 में से 12 निर्दलीय विधायक कांग्रेस के साथ और 1 भाजपा के साथ है। भाजपा के पास 72 सीटें हैं। ऐसे में सीटों के गणित से हिसाब से कांग्रेस सरकार पर दूर-दूर तक कोई संकट नजर नहीं आ रहा है।





