








बीकानेर abhayindia.com जस्सूसर गेट के बाहर हुई पांच दिन पहले फायरिंग में गोली लगने से घायल हुए किशोर पंकज की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसा 25 अगस्त को हुआ लेकिन अभी तक बीकानेर नेताओं ने इस पर शब्द तक नहीं बोला। अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनेको पोस्ट करने वाले हमारे केन्द्रीय और राजस्थान सरकार में मंत्रियों ने भी अभी अपनी संवेदना तक व्यक्त नहीं की है।
आखिर ये चुप्पी क्यों ?
त्यौहारों पर शुभकामनाएं, सरकार की सफलता की पोस्ट और कई व्यक्तिगत पोट से सजी नेताओं की सोशल मीडिया पर अभी पंकज के लिए एक पोस्ट तक नहीं डाली गई है। किशोर को न्याय दिलाने के लिए अभी तक एक भी नेता आगे क्यों नहीं आया? संसदीय क्षेत्र के नेता और विधानसभा क्षेत्र के नेताओं का ध्यान इस ओर अभी तक क्यों नहीं आया? आखिर ये चुप्पी क्यों…..
बीकानेर क्राइम : फायरिंग में जख्मी किशोर की हुई मौत, फायरिंग का मामला मर्डर में तब्दील
पंकज की मौत पर लगातार स्थानीय नागरिकों द्वारा सोशल मीडिया अपना रोष प्रकट किया जा रहा है। बात सिर्फ एक पोस्ट की नहीं, बात है इतना बड़ा प्रकरण और नेताओं की एक भी प्रतिक्रिया नहीं? कोलायत से अपनी बुआ के घर बीकानेर आए पंकज का कसूर क्या था? नया शहर पुलिस में जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया गया था, जो अब हत्या में तब्दील हो गया है।
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— Sunil Kumar Acharya (@sunilku52355887) August 29, 2020
#justiceForPankajAcharya #जस्टिस_फ़ॉर_पंकज_आचार्य #justice_for_pankaj_acharyaइस मासूम का क्या कसूर था, कातिल फरार चल रहे…
Posted by Rajnikant Sarswat on Saturday, August 29, 2020





