बीकानेर Abhayindia.com उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, बीकानेर (उरमूल डेयरी) की ओर से चलाए जा रहे “दूध का दूध-पानी का पानी” अभियान के तहत लिए जा रहे सैंपल के बेहद चौंकाने वाले नतीजे सामने आ रहे है। अभियान के तहत जेएनवीसी पुलिस थाना के पीछे सरस बूथ पर शिविर आयोजित कर आमजन द्वारा लाए गए दूध के सैंपल की नि:शुल्क जांच की गई।
अभियान प्रभारी शुभम गुलाटी ने बताया कि जेएनवी कॉलोनी में उपभोक्ताओं से कुल 14 सैंपल लिए गए जिसमें से 11 सैंपल फेल साबित हुए। उरमूल डेयरी के मार्केटिंग हैड मोहनसिंह खीचड़ ने बताया कि अधिकतर दूध बेचने वाले प्लास्टिक, अल्युमिनियम आदि की टँकीयो में दूध लेकर आते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती है।
मोहनसिंह ने बताया कि उरमूल डेयरी नकली और मिलावटी दूध की नि:शुल्क जांच के लिए संपूर्ण जिले में आगामी 17 फरवरी अभियान को जारी रखेगी। साथ ही डेयरी की ओर से सरस दूध का 200 मिली दूध का पाउच और नये साल का कलेण्डर निशुल्क उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाया जा रहा है।
बूथ संचालक बलबीर सिंह पडि़हार ने भी जांच शिविर में सहयोग किया। इस अवसर पर स्थानीय उपभोक्ताओं रिटायर्ड थानेदार दिलीप सिंह, इंजी. गणेशाराम दावा, अंबाराम इनखिया, मन्जू, प्रतीक व्यास आदि ने उरमूल डेयरी के जांच अभियान को सराहनीय कार्य बताया तथा कहा कि आमजन की सुविधा के लिए शहर में दिशा और दूरी को मध्यनजर रखते हुए 4-5 स्थाई जांच केन्द्र सरकार या उरमूल डेयरी की ओर से स्थापित किए जाने चाहिये जहाँ दूध और दूध से बने उत्पादों की शुद्धता की निरंतर जांच हो सके।