कारखाने से करनी है कमाई तो न बरतें वास्तु नियमों में कोताही

औद्योगिक वास्तु  के तहत ऐसे कारखाने आते हैं जहाँ वस्तुओं का प्रारंभिक निर्माण, उत्पादन, संग्रह और क्रय-विक्रय होता है। ऐसी इमारते हैं : कल-कारखाने, मील, सोलर प्लांट, वेयर हाउस इत्यादि। मूलत: इन इमारतों का निर्माण व्यावहारिक ढंग पर होना चाहिए, अर्थात् इनका ढाँचा ऐसा हो जिससे कम से कम खर्च से, स्थान, सामग्री और धन … Continue reading कारखाने से करनी है कमाई तो न बरतें वास्तु नियमों में कोताही