बीकानेर abhayindia.com कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि स्कूलों में पोषाहार के लिए उपलब्ध होने वाला खाद्यान्न पूर्ण गुणवत्तापूर्ण हों तथा पारदर्शिता के साथ वितरण हो, इसमें किसी भी स्तर पर कोताही नहीं होनी चाहिए। जितना खाद्यान्न स्कूलों के लिए आवंटित होता है वह अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में तुलवा कर स्कूलों में रखा जाए।
गौतम शुक्रवार को कलक्टर सभागार में जिला निष्पादन समिति की बैठक में शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित कर दिया जाए कि स्कूलों में जो खाद्यान्न सामग्री पहुंचती है, वह स्कूल में आवंटित जितना वजन निर्धारित है उतनी मात्रा में पहुंचे। क्रय विक्रय सहकारी समिति द्वारा जब स्कूल में खाद्यान्न पहुंचे उस समय विभाग का एक अधिकारी तथा स्कूल का एक अध्यापक आवश्यक रूप से उपस्थित रहे और खाद्यान्न का वजन तीनों की उपस्थिति में हो, उसके बाद ही स्कूल में रखा जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में क्रय विक्रय सहकारी समिति के ठेकेदार द्वारा बिना अधिकारियों की उपस्थिति में खाद्यान्न स्कूल में ना रखा जाए। अगर इस तरह की शिकायत प्राप्त हुई तो संबंधित क्षेत्र के तथा स्कूल के प्रधानाध्यापक के विरूद्व कार्यवाही की जाएगी।
गौतम ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि क्रय विक्रय सहकारी समिति श्री डूंगरगढ़ द्वारा वर्ष 2016-17 में पोषाहार वितरण के दौरान अनियमितता की शिकायत के सम्बंध में जांच में पाया गया कि क्रय विक्रय सहकारी समिति के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा इसमें कोताही कर खाद्य सामग्री स्कूलों में कम आवंटित की गई थी। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को कहा कि श्रीडूंगरगढ़ के इस पूरे प्रकरण की जांच की जाए और अनियमितता करने वाले क्रय विक्रय सहकारी समिति के व्यक्तियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई जाए।
अन्नपूर्णा दूध योजना में गुणवत्ता की जांच
जिला कलक्टर ने कहा कि अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत विद्यालय में वितरित किए जाने वाले दूध की प्रतिदिन गुणवत्ता की जांच की जाए। सभी स्कूलों में जांच के लिए लेक्टोमीटर उपलब्ध रहे और दूध का नमूना स्कूल की छुट्टी होने तक सुरक्षित रखा जाए। उन्होंने दूध की जांच के लिए मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को भी निर्देशित किया कि वह सभी ब्लॉक में कार्यरत ब्लॉक सीएमओ के माध्यम से प्रतिदिन उपखंड मुख्यालय की 4 और ग्रामीण क्षेत्रों की 4 विद्यालयों के सैंपल विभिन्न स्कूलों से प्राप्त कर दूध की गुणवत्ता की जांच करवाएं और जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च गुणवत्ता युक्त दूध बच्चों को मुहैया करवा कर उनके स्वास्थ्य में गुणात्मक सुधार करना चाहती है ऐसे में सरकार की मंशा अनुसार पौष्टिक दूध बच्चों को मिले इसमें कहीं कोताही नहीं होनी चाहिए।
शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
गौतम ने कहा कि आईसीटी योजना के तहत विभिन्न स्कूलों में कंप्यूटर उपलब्ध करवाए हुए हैं इन कंप्यूटर पर बच्चों को नवीनतम तकनीक से रूबरू करवाया जा सके, इसके लिए सभी ब्लॉक के एक–एक अध्यापक को सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिलवाया जाएगा। इसके बाद इन अध्यापकों द्वारा अन्य विद्यालयों के अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि प्रशिक्षित अध्यापक नई तकनीक की जानकारी विद्यार्थियों को दे सकें।
नवोदय विद्यालय में प्रवेश की जानकारी दें
गौतम ने कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय गजनेर में विद्यालय के सत्र 2020-21 में कक्षा 6 में प्रवेश के लिए नवोदय विद्यालय द्वारा चयन परीक्षा के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं, ऐसे में सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया जाए कि वह अपने विद्यालय में जो पात्र बच्चे वर्तमान में कक्षा 5 में अध्यनरत है उनके आवेदन नवोदय विद्यालय में भरवाने के लिए प्रेरित करें, आवेदन सीधे ऑनलाइन भरे जाते हैं। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए एच गौरी सहित मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं पदेन जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा अभियान तथा जिले के समस्त जिला शिक्षा अधिकारी व सीबीईईओ सहित जिला निष्पादन समिति के अधिकारी उपस्थित थे।
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