Friday, March 29, 2024
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हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट पर वित्‍त मंत्री का बड़ा बयान

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नई दिल्‍ली Abhayindia.com हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में हो रही गिरावट के बीच आज केन्‍द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया के सामने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस मामले से देश की स्थिति और छवि प्रभावित नहीं हुई है। आरबीआई इस मसले पर अपना स्पष्टीकरण पहले ही जारी कर चुका है। एजेंसियां अपना काम कर रही हैं।

उन्‍होंने कहा कि हमारे देश में पहली बार एफपीओ वापस नहीं लिया गया है। इससे पहले भी कई बार एफपीओ वापस लिए गए हैं। आपलोग बताएं कि इससे कितनी बार भारत की छवि खराब हुई है और कितनी बार एफपीओ वापस नहीं आए हैं? एफपीओ का आनाजाना लगा रहता है। उन्होंने कहा कि हमारा विदेशी मुद्रा भंडार पिछले दो दिनों में बढ़कर 8 मिलियन डॉलर हो गया है।

उन्‍होंने कहा कि नियामक अपना काम करेंगे। आरबीआई इस मसले पर अपना स्पष्टीकरण पहले ही जारी कर चुका है। उससे पहले बैंकों, एलआईसी ने अपने एक्सपोजर (अडानी समूह को) के बारे में बताया। सरकार से स्वतंत्र नियामक जो उचित है उसे करने के लिए उन्हें खुद पर छोड़ दिया जाता है ताकि बाजार अच्छी तरह से विनियमित हो। प्रमुख स्थिति में बाजार को अच्छी तरह से विनियमित रखने के लिए, सेबी प्राधिकरण है और उसके पास उस प्रमुख स्थिति को बरकरार रखने का साधन है।

वित्त मंत्री से जब पूछा गया कि क्या वैश्विक वित्त बाजार में भारत की स्थिति (अडानी) एफपीओ पुलआउट और वर्तमान स्थिति के मद्देनजर प्रभावित हुई है, तो उन्होंने कहा कि, ऐसा मत सोचो। पिछले 2 दिनों में विदेशी मुद्रा भंडार 8 बिलियन (डॉलर) बढ़ गया है। हमारे मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल या अर्थव्यवस्था की छवि प्रभावित नहीं हुई है।

आपको बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने निवेशकों की चिंताओं को दूर करते हुए कहा था कि देश की बैंकिंग प्रणाली लचीली और स्थिर बनी हुई है. आरबीआई ने कहा कि वह सतर्क है और देश के बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता की निगरानी करना जारी है। शीर्ष बैंक की ओर से कहा गया है कि नियामक और पर्यवेक्षक के रूप में आरबीआई वित्तीय स्थिरता बनाए रखने की दृष्टि से बैंकिंग क्षेत्र और व्यक्तिगत बैंकों पर निरंतर निगरानी रखता है।

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