हस्तलिखित ग्रंथों में आद्यशंकराचार्य के दर्शन (आद्यशंकराचार्य जयंती विशेष)
वैशाख शुक्ल पंचमी ईशा के 509 वर्ष पूर्व आदिशंकराचार्य का जन्म कालडी ग्राम केरल में हुआ। अद्वैत दर्शन के प्रवर्तक आचार्य श्री ने आचार्य गोविंद भागवत्पाद से दीक्षा ग्रहण की तथा 13 वर्ष की उम्र में प्रस्थानत्रय पर भाष्य किया। राजस्थान में आज भी आचार्य शंकर के हस्तलिखित ग्रंथों का विभिन्न ग्रंथागारों में संग्रह उपलब्ध … Continue reading हस्तलिखित ग्रंथों में आद्यशंकराचार्य के दर्शन (आद्यशंकराचार्य जयंती विशेष)
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