




जयपुर Abhayindia.com मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को ब्रांड बताया है तो वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया पर निशाना साधते हुए उन्हें मेंटली डिस्टर्ब बताया है। सीएम गहलोत ने आज दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर आज ब्रांड बन गए हैं उनके जो अनुभव है उसका लाभ लेना चाहिए। 2014 के समय प्रशांत किशोर ने नरेंद्र मोदी के लिए काम किया था उसके बाद नीतीश कुमार के लिए काम किया और फिर ममता बनर्जी के लिए काम किया था। सीएम ने कहा कि कई और एजेंसी भी है जिनसे राय मशवरा लिया जाता है लेकिन पीके का नाम बड़ा हो गया है इसलिए वह चर्चा में आ गए हैं। अगर विपक्ष को एकजुट करने और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष करने में उनके सुझाव काम आते हैं तो अच्छी बात है।
सीएम गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के माता सीता पर दिए गए बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि गुलाबचंद कटारिया बुजुर्ग नेता है मैं उनका सम्मान करता हूं लेकिन वे कई बार गलत बातें बोल जाते हैं। कभी महाराणा प्रताप के लिए विवादित बयान देते हैं तो कभी माता सीता के लिए गलत बयान बाजी कर जाते हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि बयान देने के लिए कटारिया को माता सीता ही मिली क्या? मुझे लगता है कि वह मेंटली डिस्टर्ब है। इसकी एक वजह यह भी है कि कटारिया पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक हैं बावजूद उसके जो सम्मान उन्हें बीजेपी में उनको मिलना चाहिए था वह नहीं मिल पा रहा। इसलिए वह कई बार बयान देते–देते भटक जाते हैं।
गहलोत ने कहा कि आज देश किस दिशा में जा रहा है यह किसी को पता नहीं है। रामनवमी पर भी कई प्रदेशों में हिंसा हो चुकी है। हिंसा में दोनों तरफ का नुकसान होता है लेकिन भाजपा के लोग केवल एक पक्ष का नुकसान होना प्रचारित करके लोगों को भड़काने का काम करते हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि अगर विपक्ष के लोग आलोचना करते हैं तो केंद्र सरकार को आलोचनाओं को सकारात्मक रूप में ले लेना चाहिए लेकिन यहां पर उल्टा होता है।





