नई दिल्ली Abhayindia.com लोकसभा चुनाव-2024 से पहले श्री राम मंदिर के बाद अब भाजपा ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) पर अपना फोकस करना शुरू कर दिया है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज सीएए को लेकर अहम बयान दिया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि चुनाव से पहले पूरे देश में नागरिकता संसोधन अधिनियम (सीएए) लागू किया जाएगा।शाह ने यह बात एक टीवी चैनल के समिट के दौरान कही हैं। शाह ने कहा, ”मैं साफ कर देना चाहता हूं कि नागरिकता संसोधन अधिनियम (सीएए) किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छीनेगा। इसका उद्देश्य केवल धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना है। यह वादा मूल रूप से कांग्रेस ने ही उनसे किया था।”
गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर देश के मुसलमानों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ”हमारे मुस्लिम भाइयों को इस कानून को लेकर गुमराह किया जा रहा है। उन्हें भड़काया जा रहा है। यह कानून केवल पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है।”
क्या है सीएए?
नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 (Citizenship Amendment Act) एक ऐसा कानून है, जिसके तहत दिसंबर 2014 से पहले तीन पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत में आने वाले छह धार्मिक अल्पसंख्यकों (हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई) को नागरिकता दी जाएगी। लंबे समय से भारत में शरण लेने वालों को इससे बड़ी राहत मिलेगी।