









बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर में गुरु पूर्णिमा पर्व पर सोमवार को आयोजनों की धूम रही। बीकानेर के उदयरामसर स्थित श्रीगणेश धोरा मंदिर में विभिन्न कार्यक्रम हुए। गुरुदेव शिवकुमार शर्मा के सान्निध्य में विशेष शृंगार व हवन किया गया। गुरुदेव के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई। इसी तरह श्री लोकेश्वरानंद गिरिजी महाराज (लाली माई जी) का पुगलिया बन्धुओं द्वारा अभिषेक किया गया। पंडित पुजारी बाबा, पं. नथमल पुरोहित द्वारा पूजन करवाया गया।
कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से पुगलिया बिरादरी के सदस्य एकत्रित हुए और लाली माईजी का अभिषेक किया। बीकानेर से हनुमान दास, गोपाल दास मुंबई से, राज कुमार, गोपाल दास, अशोक कुमार हैदराबाद से, इन्द्र कुमार एवं कोलकाता से घनश्यामदास, भगवान दास, राज कुमार और राजेश कुमार, रतन किशन कुमार, जयपुर से रतन लाल, गिरिराज कुमार, नथमल, दिल्ली से, राज रतन, आदित्य, शिवकुमार कोलकाता ने पूजा अर्चना की। इसके बाद प्रसाद का आयोजन किया गया।
विश्व कल्याण का भाव रखने वाला सद्गुरु : सरजूदास महाराज

संत-महात्मा, गुरुजन कभी किसी का अहित नहीं करते। जो गुरु केवल शिष्यों का ही नहीं बल्कि विश्व कल्याण का भाव रखते हैं वही सद्गुरु कहलाते हैं। यह उद्गार गुरु पूर्णिमा सोमवार को सुजानदेसर स्थित रामझरोखा कैलाश धाम में आयोजित गुरु पूर्णिमा महोत्सव को सम्बोधित करते हुए पीठाधीश्वर सरजूदास महाराज ने व्यक्त किए। सर्वप्रथम रामदासमहाराज व सरजूदास महाराज ने सियाराम बाबा की समाधि पर पूजा-अर्चना की। उसके बाद सरजूदास महाराज ने अपने गुरु रामदासजी महाराज का पूजन किया। इस दौरान उपस्थित भक्तों ने पीठाधीश्वर सरजूदास महाराज का पूजन किया। गुरु पूजन परम्परा का निर्वहन धूमधाम से सम्पन्न हुआ। मिलन गहलोत ने बताया कि इस अवसर पर सरजूदास महाराज ने श्रद्धालुओं को 19 नवम्बर को होने वाले 108 कुंडीय महायज्ञ तथा जगद्गुरु रामभद्राचार्यजी महाराज के श्रीमुख से रामकथा वाचन के आयोजन के बारे में जानकारी प्रदान की।





