Thursday, April 24, 2025
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बीकानेर : उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता…

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बीकानेरAbhayindia.com (रमेश बिस्सा) ‘उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता, जिस मुल्क की सरहद की निगेहबान है आँखें…कभी, शोला कभी, तूफान है आंखें…साहिर लुधियानवी के लिखे इस फिल्मी गीत की पंक्तियां सरहद पर तैनात बीएसएफ के जवानों पर पूरी तरह से सटीक है।

जो हड्डियां कंपकंपा देने वाली सर्दी में भी अपने वतन की सीमा पर सीना ताने फलौद की तरह से खड़े हैं। भारत माता के इन सूपतों के हौंसले ना सर्दी डिगा सकती, ना गर्मी के मौसम में आग उगलता सूरज इनको विचलित कर सकता। इसका ताजा उदाहरण बीते दिनों ऐतिहासिक सांचू बॉर्डर भ्रमण के दौरान देखने को मिला, जब अन्य जिलों से आए साथी पत्रकारों के साथ सीमा सुरक्षा बल के जवानों की कार्य शैली को नजदीक से जाना।

जहां सर्दी के मौसम पारा नीचे ढुकलने लगता है और पानी बर्फ में तब्दिल होने की स्थिति में आ जाता है। उस मौसम में भी मातृभूमि की रक्षा के लिए सीमा पर चौंकनी नजर से वो जवान निगरानी कर रहे हैं, सामान्य ठंड़े मौसम, हल्की तेज सर्द हवा का झौंका ही आमजन को झकझौर देता है, तो वीराने में शूल की तरह चुभती ठंड़ी हवाओं में कभी पैदल, तो कभी ऊंटों पर सीमा पर कड़ी मुस्तैदी के साथ पहरा देना इन जवानों की दिनचर्या का एक हिस्सा बना हुआ है।

सिरहन उठती है रूह…

सीमा पर इस मौसम में चलने वाली शीत लहर, घना कोहरा, कभी मावट की बारिश, ओलावृष्टि से बढ़ती सर्दी से रूह तक सिरहन उठती है, इसके बावजूद बीएसएफ के जवान अपनी-अपनी जगह पर दृढ़ता के साथ तैनात है। हर पल, हर घड़ी सीमा पर निगाहें जमाए खड़े हैं। तभी तो हम-आप अपने-अपने घरों में रजाइयां ओढ़कर चैन की नींद सो रहे हैं, स्थितियां केवल सर्दी में ही विपरित नहीं हैं, इन जवानों के लिए तो भीषण गर्मी का दौर भी ऐसा है, जब आसमान से आग बरसती है, आमतौर पर ऐसे मौसम में शहरी, आबादी क्षेत्रों में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है, लोग घरों में कूलर-एसी का लुत्फ उठा रहे होते हैं, तो धुलभरी आंधियों, भीषण गर्मी में भी यह जवान देश की हिफाजत के लिए तल्ख धूप को मानो आंखें दिखाते हैं, सूरज से बरसती आग के सामने डटकर खड़े रहते हैं।
-ऐसे वीर सपूतों के जज्बे को दिल से सलाम…

 

सांचू का सामरिक महत्व…

बीएसएफ के अनुसार सन् 1971 के भारत-पाक युद्ध में भी 12 सीमा सुरक्षा बल और 13 ग्रेनेडियर में मिलकर पाक पोस्ट रनिहाल पर हमला करके अपने कब्जे में लिया था। पाक पोस्ट रनिहाल का भी सामरिक दृष्टि से काफी महत्व है क्योंकि पाकिस्तान के सीमावर्ती 130 किमी इलाके में रनिहाल एवं सांचू के अलावा कहीं ंभी मीठा पानी नहीं है सभी स्थानों पर खारा पानी है। इसलिए पाकिस्तान रनिहाल पोस्ट को काफी महत्व देता है।

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