








बीकानेरAbhayindia.com शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने श्री पुष्टिकर पुरोहित भादाणी पंचायती ट्रस्ट (भादाणियों की बगीची) में नवनिर्मित कमरों और हॉल का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न श्लोकों और शास्त्रोक्त उक्तियों के माध्यम से पुरुषार्थ के बारे में बताया तथा कहा कि सत्य की राह पर चलने वाला व्यक्ति हमेशा विजय को प्राप्त करता है।
उन्होंने जनकवि हरीश भादाणी का स्मरण करते हुए कहा कि शिक्षा, चिकित्सा, अध्यात्म एवं प्रशासनिक सेवाओं के क्षेत्र में भादाणी जाति के लोगों ने अपनी गहरी छाप छोड़ी है। उन्होंने यहां विधायक कोष से 20 लाख रुपए के कार्य करवाने तथा ट्यूबवेल बनवाने की घोषणा की और ट्रस्ट के पदाधिकारियों का आह्वान किया कि बगीची परिसर में राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल खुलवाने के लिए भूमि उपलब्ध करवाएं। स्कूल के लिए भवन बनवा कर आगामी सत्र में इसे चालू करवाना का कार्य सरकार ने किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीकाजी की टेकरी और शहर के ऐतिहासिक दरवाजों के सौन्दर्यकरण का कार्य करवाया जा रहा है। लक्ष्मीनाथ मंदिर में विकास के कई कार्य हुए हैं, नए कार्यों के प्रस्ताव भिजवाए गए हैं।
शहरी क्षेत्र में सड़क तथा पेयजल सुदृढ़ीकरण के कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट में शहर को कई सौगातें दी गई हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। ट्रस्ट के संरक्षक नेमीचंद भादाणी ने स्वागत उद्बोधन दिया। अध्यक्ष प्रदीप कुमार भादाणी ने यहां हुए विकास कार्यों तथा आगामी आवश्यकताओं के बारे में बताया।
बलदेव दास भादाणी ने समाज की धरोहर को संरक्षित करने का आह्वान किया। ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष रमेश कुमार भादाणी ने भावी पीढ़ी को शिक्षा के नए अवसर उपलब्ध करवाने की बात कही। वैद्य गिरधरलाल भादाणी ने डॉ. कल्ला ने यहां पूर्व में करवाए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। समाजसेवी कन्हैया लाल कल्ला ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान लक्ष्मी नारायण भादाणी, एडवोकेट ओमप्रकाश भादाणी, गेवर चंद भादाणी, प्रो. भवर भादाणी, आनंद महाराज, विष्णु प्रकाश, गोपालदास, शिव कुमार भादाणी, शिव कुमार भादाणी, युवा चित्रकार राम कुमार भादाणी आदि मौजूद रहे।
आमजन से की मुलाकात…
शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने रविवार सुबह पवनपुरी स्थित अपने आवास पर आमजन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बड़ी संख्या में लोगों की समस्याएं सुनी तथा इनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को दूरभाष पर निर्देशित किया।





