







बीकानेरabhayindia.com भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सोमवार को बीकानेर में राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में पूनिया ने सरकार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल है, 2022 रीट पेपर लीक घोटाले के तार सरकार के प्रमुख जिम्मेदार लोगों तक जुड़े होने के जिसमें राजीव गांधी स्टडी सर्कल के स्वयं अशोक गहलोत है और इसके कोऑर्डिनेटर (इनकी सरकार के मंत्री सुभाष गर्ग है और राजीव गांधी स्टडी सर्कल के स्टेट को-ऑर्डिनेटर सहित छह लोगों को रीट परीक्षा आयोजन में 6 रीजन में को-ऑर्डिनेटर बनाया गया था।
उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार किए गए प्रदीप पाराशर का संबंध भी राजीव गांधी स्टडी से होने की जानकारी मिली है, जिन्हें रीट परीक्षा आयोजन में जयपुर का को-ऑर्डिनेटर बनाया गया था और शिक्षक संघ रुक्टा में सुभाष गर्ग सहित कई लोगों को शिक्षक संघ के विभिन्न पद से हटाने का निर्णय लिया है, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि रीट पेपर लीक मामले के तार राजीव गांधी स्टडी सर्किल के लोगों से होते हुए सरकार के मुखिया तक पहुंच रहे हैं, ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जाच जरूरी जिससे राजस्थान के लाखों युवाओं को न्याय मिल सकेगा।
डॉ. पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पीठ थपथपाने के लिए कहते हैं कि एक लाख से अधिक नौकरियां दे दी, 90 हजार की प्रक्रिया चल रही है जबकि हकीकत है कि सैटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईआई) की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में 20 लाख से अधिक बेरोजगार युवा ग्रेजुएट है और कुल 165 लाख युवा बेरोजगार है। 27 प्रतिशत से अधिक बेरोजगारी दर के साथ राजस्थान में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी है। कांग्रेस सरकार की कमजोर शासन व्यवस्था के कारण बार-बार युवाओं के सपनों पर कुठाराघात हो रहा है. रीट से पहले कॉन्स्टेबल, लाइब्रेरियन, जेडएन इत्यादि परीक्षाओं के भी पेपर लीक हुए थे।
पूनिया ने आरोप लगाया कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल से जुड़े शिक्षकों को ही अशोक गहलोत ने कई बार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष बनाया, इससे पहले 2008 में और 2013 में भी इसी सर्किल से जुड़े हुए लोगों को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया और इसी सर्किल से जुड़े हुए कई लोगों को रीट परीक्षा आयोजित करवाने की जिम्मेदारी दी गई, जो एक बड़े घोटाले की तरफ इशारा है, राज्य सरकार इस मामले की सीबीआई जांच सौंपेंगी तभी हकीकत सामने आ पाएगी। इससे पूर्व पूनिया के सर्किट हाउस पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। प्रेस वार्ता में शहर भाजपा अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, देहात अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित आदि मौजूद रहे।



