







जयपुर Abhayindia.com मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशों पर संचालित मिलावट के खिलाफ अभियान को और सुदृढ़ बनाया जाएगा। इसके लिए संसाधनों में बढ़ोतरी के साथ ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, औषधि नियंत्रण से संबंधित व्यवस्थाओं को भी और बेहतर बनाया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बुधवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण विभाग की समीक्षा करते हुए इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला में लंबित प्रकरणों तथा नमूनों की रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि लिए गए नमूनों की रिपोर्ट समय पर प्राप्त कर एक्ट के नियमों के अनुसार आगे की कार्रवाई त्वरित प्रभाव से की जाए, इसमें किसी तरह का विलंब नहीं हो। प्रदेश में सघन अभियान चलाकर खुले में खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाई जाए।
सिंह ने मिलावट के खिलाफ अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए नव निर्मित माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला को शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 7 नवीन जन स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं में राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के साथ समन्वय कर अविलंब उपकरण स्थापित किए जाएं।
उन्होंने सर्विलान्स नमूनीकरण की संख्या में वृद्धि करते हुए निर्धारित लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिए। साथ ही, अजमेर, जोधपुर दक्षिण, बीकानेर एवं उदयपुर में चयनित फूड स्ट्रीटस का निर्माण जल्द पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय के अधीन रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी शीघ्र पूर्ण करने तथा अतिरिक्त पदों की आवश्यकता होने पर प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
औषधि नियंत्रण कार्यों की समीक्षा करते हुए श्रीमती सिंह ने निर्देश दिए कि राज्य में ओएनडीएलएस पोर्टल के माध्यम से उत्पादक एवं विक्रेता लाइंसेंसिग प्रक्रिया सुचारू की जाए। ब्लड बैंक एवं ब्लड स्टोरेज सेंटर्स की नियमित मॉनिटरिंग की जाए तथा मॉनिटरिंग की विश्लेषण रिपोर्ट मासिक आधार पर उच्चाधिकारियों को भिजवाई जाए। औषधि नियंत्रण अधिकारियों को रेन्डमाइजेशन नमूनीकरण के लिए दुकान आवंटन में आ रही समस्या की समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि एनडीपीएस दवाओं के दुरूपयोग को रोकने के लिए सघन अभियान चलाया जाए।
बैठक मे आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण इकबाल खान, अतिरिक्त आयुक्त पंकज कुमार ओझा, संयुक्त आयुक्त डॉ. एस. एन. धौलपुरिया, औषधि नियंत्रक प्रथम अजय फाटक, औषधि नियंत्रक द्वितीय राजा राम शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।



