





बीकानेर abhayindia.com होली की रंगत शहर में परवान पर है। एक तरफ रम्मतों के मंचन का सिलसिला जारी है। तो दूसरी तरफ होली के कई कार्यक्रम हो रहे हैं। मोहता चौक में होलाष्टक के साथ शुरू हुआ भांग सम्मेलन मंगलवार को भी जारी रहा। वहीं हर्षों के चौक में डोलची मार खेल का आयोजन हुआ।
जहां पर भांग प्रेमी जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। आयोजक ओमप्रकाश जोशी(बबला महाराज) के सान्निध्य में चल रहे भांग सम्मेलन में कांग्रेस नेता राजकुमार किराड़ू, हैदराबाद से आए प्रवासी उद्यमी दिलीप पुरोहित, बैट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र डीडवानिया, अनंतलाल कोठारी, घनश्याम लखानी, राजेन्द्र व्यास, गिरीराज खत्री, सुन्दरलाल जोशी, सुमित गोयल, विशाल खत्री सहित अतिथि शामिल हुए। इस मौके पर आयोजकों की ओर से राजकुमार किराड़ू का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में भांग प्रेमी मदन मास्टर(जैरी), ममिया महाराज, कैदार पारीक, बल्लभ दास बिस्सा, मूलचंद बिस्सा सहित लोगों ने भागीदारी निभाई।
हर्षों हुआ डोलची मार…
होली के मौके पर हर्षों के चौक में मंगलवार को हर्ष-व्यास जाति के बीच में पानी की डोलची मार खोल आयेजित किया गया। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी निभाई। आयोजन के लिए हर्षों के चौक में दोनों तरफ पानी के बड- बड़े कड़ाव व अन्य पात्र रखे गए थे। इसमें दोनों तरफ से लोगों ने डोलची भर-भर पानी की मार एक दूसरे की पीठ पर मारा।
रियासकाल से चली आ रही इस पानी के खेल की परम्परा का निर्वाह किया जा रहा है। पानी के इस खेल को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ हर्षों के चौक में रहा। वहीं आसपास के घरों की छतों पर महिलाओं और बच्चों की भीड़ रही। खेल समाप्ति के बाद गुलाल उड़ाई गई।
प्रेमचारे का प्रतीक…
रियासकाल समय में किसी बात को लेकर रियासकालीन समय में हर्ष-व्यास जाति के लोगों में झगड़ा हो गया था, जब समाज के बुजुर्गों के प्रयासों से जब समझोता हो गया था, उसी के प्रतीक रूप में हर्ष-व्यास जाति हर वर्ष पानी का डेलची मार खेल होता है।





