बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। भाजपा के कद्दावर नेता देवीसिंह भाटी का मौन तीखे तेवरों के साथ टूट गया है। भाटी पिछले दिनों मौन व्रत के चलते अज्ञातवास में रहे। मंगलवार को उन्होंने सूबे की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को एक पत्र भेजकर सियासी गलियारे में जोरदार हलचल मचा दी। भाटी ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में न केवल सरकार की कार्यशैली पर तंज कस दिया, बल्कि बीकानेर के अफसरों की जनहित के कामों को लेकर बरती जाने वाली लापरवाही की भी पोल खोल कर रख दी। असल में, भाजपा नेता भाटी ने बीकानेर-जैसलमेर नेशनल हाइवे पर चल रहे सड़क निर्माण कार्य के दौरान विभागीय निर्देशों की अनदेखी के चलते हो रही सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग को गत 10 अप्रेल को पत्र भेजा था। उक्त पत्र का जवाब विभाग से भाटी को अब मिला है। इसे लेकर भाटी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है कि- ऐसी त्वरित कार्रवाई इसी शासन-प्रशासन में देखने को मिलती है। उन्होंने आगे लिखा है कि, ऐसे ही लगे रहेंगे तो आमजन में आपके विश्वास और कार्यप्रणाली की भूरि-भूरि प्रशंसा होगी।
गौरतलब है कि भाटी ने पिछले दिनों करमीसर तिराहे पर भी यातायात व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति को लेकर प्रशासन को धरने की चेतावनी दी थी। बाद में कलक्टर से कार्रवाई का आश्वासन मिलने पर भाटी ने धरना स्थगित कर दिया था। इसके बाद भी करमीसर तिराहे पर प्रशासन की ओर से यातायात व्यवस्था को सुधारने के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब भी मुख्य रोड पर ओवरलोड वाहन कतारबद्ध खड़े नजर आते हैं। आरटीओ और पुलिस का कोई भी नुमाइंदा कार्रवाई के नाम पर यहां झांकता तक नहीं है। इसी से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीकानेर में भाजपा के कद्दावर नेता की मांग को प्रशासन किस तरह ले रहा है। अब मुख्यमंत्री को भेजे गए कटाक्ष भरे पत्र के बाद यह माना जा रहा है कि भाजपा के कद्दावर नेता भाटी अपने पुराने रंग में आ सकते हैं। यानी कभी भी सिस्टम के खिलाफ मुखर हो सकते हैं।
तंज के साथ टूटा भाटी का मौन
- Advertisment -