बीकानेर Abhayindia.com गो ग्राम सेवा संघ ने गोशालाओं को दिए जाने वाले अनुदान कम करने पर रोष जताया है।
कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष सूरजमान सिंह नीमराना ने अक्रोश जताते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर दिया है, गोशालाओं को अप्रैल-मई-जून माह के 90 दिवस का अनुदान देना था लेकिन सरकार की मनसा ठीक नहीं है। पूर्व में लग रहा था कि कोरोना को कारण बनाकर सरकार गोशालाओं का अनुदान रोकेगी और यही हुआ है।
राज्य सरकार ने बजट का बहाना बनाकर केवल 42 दिन का अनुदान गोशालाओं के लिए स्वीकृत किया है, यह अनुचित है। गो ग्राम सेवा संघ राजस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष, गोवंश संरक्षण संघर्ष समिति के सदस्य सूरजमाल सिंह नीमराना ने आरोप लगाया है कि सरकार ने गोशाला निधि में डाका डालने की शुरुआत कर दी है।
गहलोत सरकार ने 24 अगस्त को गोशाला के अनुदान विरोधी विधेयक पास करके गोशाला निधि को अन्य कार्यों में काम लेने का कानून बना लिया, इससे अब निधि का दुरुपयोग होना शुरू हो गया है।
एकजुट होने की दरकार…
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार के इस निर्णय का यदि एकजुट होकर विरोध नहीं किया तो आगे आने वाले दिनों में स्थिति ओर खराब हो जाएगी। संघ के महेन्द्र सिंह लखासर, बीकानेर गोशाला संघ के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश कुमार जोशी ने कहा कि सरकार की ओर से पारित विधेयक का असर होना शुरू हो गया है सरकार अनुदान देने में मनमर्जी कर रही है।
गो ग्राम सेवा संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि समय रहते सरकार ने यदि उचित निर्णय नहीं किया तो सभी सामूहिक रूप से गोशालाओं की चाबियां संबंधित अधिकारियों को सौंप कर सरकार के इस गो विरोधी निर्णय का विरोध करेंगे।