बीकानेर Abhayindia.com इस साल का सबसे बड़ा खंडग्रास सूर्य ग्रहण अषाढ़ कृष्णा अमावस्या 21 जून को है। इस ग्रहण की अवधि 3 घंटे 27 मिनट तक रहेगी, जबकि इसका सूतक काल एक दिन पहले 20 जून को रात 10:09 मिनट से शुरू हो जाएगा। वहीं, ग्रहण 21 जून को सुबह 10 बजकर 09 मिनट पर शुरू होगा, सुबह 11:47 बजे लक्षित होगा और इसका मोक्ष दोपहर 01: 36 मिनट पर होगा।
पंचांगकर्त्ता पंडि़त राजेन्द्र किराड़ू के अनुसार, बीकानेर में ग्रहण स्पर्श 10:11 मिनट से होगा। यह भारत के अलावा दक्षिण रूस, मंगोलिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, मलेशिया, कोरिया, जापान आदि देशों में भी दिखाई देगा। ग्रहण के मोक्ष के बाद लोग दान-पुण्य करेंगे। गायों को गुड़ व चारा खिलाएंगे।
पंडि़त किराड़ू के अनुसार मेष, सिंह, कन्या, मकर राशि के लिए इस ग्रहण का दर्शन करना शुभ रहेगा। इसी तरह वृषभ, तुला, धनु, कुंभ राशि के लिए सामान्य फलदायक, वहीं मिथुन, कर्क, वृश्चिक, मीन राशि के लिए अशुभ व दर्शन योग्य नहीं है।
ईष्ट देव की आराधना
जिन राशियों के लोगों के लिए ग्रहण दर्शन अशुभ है, उनको अपने ईष्टदेव की आराधना, गुरु मंत्रजाप, हवन करना चाहिए। धार्मिक ग्रंथों का पठन करने की महत्ता भी है। रविवार के दिन होने के कारण इस ग्रहण को चुडामणि खंडग्रास सूर्यग्रहण भी कहा गया है, इसमें स्नान, दान व जाप का महत्व बताया गया है।
किस पर क्या प्रभाव
इस ग्रहण का प्रभाव मृगशिरा एवं आद्र्रा नक्षत्र और मिथुन राशि मण्डल पर विशेष रहेगा। इन नक्षत्रों व मिथुन राशि वाले लोगों को ग्रहण दर्शन नहीं करने चाहिए।