बीकानेर abhayindia.com लोक संस्कृति और स्थानीय कला के सहयोग से बीकानेर को पर्यटन के अहम केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग हर माह एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करेगा।
कलक्टर कुमार पाल गौतम ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोक संस्कृति को जीवंत बनाए रखने और पर्यटकों में इसके प्रति उत्सुकता को देखते हुए हर माह पर्यटन विभाग एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करें। सूरसागर के पास खुले परिसर, रवीन्द्र रंगमंच या टाउन हॉल में रंगारंग सांस्कृति कार्यक्रम आयोजित हो, जिसमें स्थानीय लोक कलाकारों को जोड़ा जाए।
कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि बीकानेर में पर्यटन को महत्वपूर्ण उद्योग के रूप में विकसित करने की संभावनाएं तलाशी जाएगी। उन्होंने कहा कि बीकानेर का धार्मिक, ऐतिहासिक दृष्टि से देशभर में विशिष्ट स्थान हैं। यहां की लोक कला और संस्कृति अनूठी है और साम्प्रदायिक और सौहार्द की मिसालें दी जाती है। बीकानेर में करणी माता मंदिर और अन्य धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास के साथ इन केन्द्रों पर देशी-विदेशी पर्यटकों के ठहरने, सुरक्षा व परिवहन की पुख्ता व्यवस्थाएं की जाए। उन्होंने कहा कि हवेलियां बीकानेर को वैश्विक पटल पर अलग स्थान दिलाती है इनके प्रचार-प्रसार के साथ साथ इनके संरक्षण के लिए भी कार्ययोजना बनाई जाए।
जिला कलक्टर ने बताया कि बीकानेर शहर के प्राचीन व ऐतिहासिक द्वारों के सौंदर्यन के लिए पर्यटन विभाग पीडब्ल्यूडी और यूआईटी के साथ मिल कर रणनीति बना कर इन्हें पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनाएं। जिला कलक्टर ने कहा कि पर्यटन विभाग यह सुनिश्चित करें कि सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिए पेयजल व टॉयलेट की उचित सुविधा उपलब्ध रहे।
हर दो माह में बैठक करें
जिला कलक्टर ने कहा कि पर्यटकों को सुरक्षा, उचित दरों पर खान-पान आदि समस्त सुविधाएं मिले इसके लिए पर्यटन विभाग हर दो माह में स्थानीय होटल व्यवसायियों के साथ हर दो माह में बैठक करें और होटल मालिकों को समझाइश करें कि पर्यटकों के लिए अधिकाधिक सुविधाएं विकसित की जाए ताकि नए पर्यटक बीकानेर में आने के लिए प्रेरित हो सके।
अभय कमांड से जुडेंगे सभी पर्यटन स्थल
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी पर्यटन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों को अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा और निगरानी तंत्र विकसित किया जाएगा।
इंस्टाग्राम से करें प्रचार
गौतम ने बताया कि बीकानेर की पर्यटन छवि के प्रचार प्रसार के लिए इंस्टाग्राम पर अंकाउट बनाकर स्थानीय व्यंजनों और खान-पान और दुकानों की सूची और इन दुकानों तक पहुंचने का मार्ग भी दर्शाएं ताकि अधिक से अधिक लोग इन प्वाइंट तक पहुंचे और स्थानीय इकॉनॉमी का विकास हो सके। जिला कलक्टर ने कहा कि युवा आधुनिकतम तकनीक से जुड़े है और इन माध्यमों से पर्यटन विकास को एक नया मंच मिल सकेगा। जिला कलक्टर ने कहा कि बीकानेर को पर्यटन केन्द्र के रूप में प्रचारित करने के लिए कॉफी कैलेण्डर छपवाकर देश के बड़े होटलों व रिसोर्ट में भेजा जाए।
कलक्टर ने कहा कि यूआईटी के साथ मिलकर पर्यटन विभाग एक नया रिसोर्ट विकसित करें, जहां पर्यटनों को स्थानीय ग्रामीण परिवेश के रहन-सहन को नजदीकी से महसूस करने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इस रिसोर्ट में पर्यटकों को सस्ती दरों पर सुविधाएं मिले और वे स्थानीय संस्कृति का लुत्फ उठा सके।
रोपवे की संभावना तलाशें
जिला कलक्टर ने कहा कि बीकानेर परकोटे के भीतर रोपवे निर्माण की संभावना तलाश की जाए। जूनागढ़ से रामपुरिया हवेली होते हुए लक्ष्मीनाथ मंदिर मार्ग इस दृष्टि से सबसे उचित स्थान रहेगा। जिससे पर्यटन के नए आयाम विकसित हो सकेंगे।