बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। शहर में सार्वजनिक स्थानों पर विचरते आवारा पशुओं को पकडऩे के लिए दो संस्थाओं ने जिला कलक्टर के समक्ष प्रस्ताव रखा है। संस्थाओं से जुड़े लोगों ने कलक्टर डॉ. एन. के. गुप्ता से कहा है कि हम आवारा पशुओं को अपने संसाधनों से पकडऩे को तैयार है, बशर्ते इन्हें रखने के लिए आप कोई जगह निर्धारित दें। इस पर कलक्टर गुप्ता ने शिष्टमंडल को इस संबंध में शीघ्र विचार करने का आश्वासन दिया है।
उपमहापौर अशोक आचार्य के नेतृत्व में मिले शिष्टमंडल ने कलक्टर को एक पत्र देकर कहा कि शहर में आवारा पशुओं की समस्या जानलेवा हो रही है। इससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। एक व्यक्ति की हाल में मृत्यु हो गई है। एक अन्य ने आत्महत्या की चेतावनी दे रखी है। ऐसे हालात में जिला प्रशासन को चाहिए कि वो इस मुद्दे पर तुरंत प्रभाव से एक्शन लें।
शिष्टमंडल ने पत्र में बताया है कि रामलाल सूरजदेवी रांका चेरिटेबल ट्रस्ट गंगाशहर तथा मस्त मंडल सेवा संस्थान गंगाशहर ये दोनों ही संस्थाएं शहर में आवारा पशुओं को अपने साधन व संसाधनों से पकडऩे के लिए तैयार है। इसके लिए जिला प्रशासन स्थाना उपलब्ध करा दें तो संस्थाएं 2100 आवारा पशुओं को पकड़ कर शहर से बाहर छोडऩे को तैयार है। कलक्टर से मिले शिष्टमंडल में उपमहापौर अशोक आचार्य के अलावा भाजपा नेता आनंद सोनी, पार्षद भगवती प्रसाद गौड़, मघी देवी, शंभू गहलोत, विमला गहलोत, राजेन्द्र शर्मा आदि शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि शहर में आवारा पशुओं की समस्या लंबे समय से जानलेवा बन चुकी है, इसके बावजूद सिस्टम इस संबंध में ठोस एवं त्वरित कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा। हाल में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बीकानेर यात्रा के दौरा कलक्टर का साफतौर पर कहा था कि वो इस समस्या का स्थायी समाधान निकालें।