बीकानेर Abhayindia.com बीजेएस रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय की रासेयो की दोनों इकाईयों की ओर से आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरेे दिन प्रार्थना के पश्चात प्रथम सत्र में शुरूआत योगाभ्यास से की गई। योग सत्र के दौरान योग गुरू के द्वारा योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास स्वयंसेवकों को करवाया गया। योग गुरू ने भस्त्रिका प्राणायाम, अनुलोम-विलोम एवं अन्य विभिन्न मुद्राओं के द्वारा स्वयंसेवकों को योगाभ्यास करवाया जिसके पश्चात स्वयंसेवकों ने प्रतिदिन योगाभ्यास करने की शपथ भी ली एवं अपने आस पास के लोगों को नियमित योगाभ्यास करने के लिए प्रेरित करने के लिए आश्वस्त भी किया।
योगाभ्यास के पश्चात श्रमदान कार्यक्रम के तहत स्वयंसेवकों ने कार्यक्रम अधिकारी डॉ. शराफत अली एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रीति कोचर तथा व्याख्याता डॉ. रीतेश व्यास, डॉ. बालमुकुन्द व्यास के नेतृत्व में जयनारायण व्यास कॉलोनी स्थित साइंस पार्क में सफाई कार्य किया। स्वयंसेवकों ने पार्क में लगी कंटीली झाडियों को साफ किया तथा वहां पेड-पौधों को पानी दिया। साथ ही आसपास पडे. खरपरवार को साफ कर सारे कचरे का उचित निस्तारण किया गया।
इस दौरान जयनारायण व्यास कॉलोनी के निवासियों ने भी स्वयंसेवकों को हरसम्भव मदद की। स्वयंसेवकों ने वहां पर स्वयंसेवकों ने पूरे भ्रमण पथ को साफ किया जिसमें वहां पर स्थित कचरे को साफ किया गया। इस दौरान भ्रमण पथ पर नियमित भ्रमण करने वाले बुजुर्गो ने सभी स्वयंसेवकों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। स्वयंसेवकों के लिए सांइस पार्क में मेडिकल कैंप का आयोजन भी किया गया जिसमें बीपी, शुगर, हीमोग्लोबिन की जांचें की गई।
श्रमदान कार्यक्रम के पश्चात महाविद्यालय में जन संरक्षण विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता सुरेश भाटिया थे। भाटिया ने जल संरक्षण के विभिन्न उपायों के बारे में स्वयंसेवकों को अवगत करवाया। भाटिया ने कहा कि जल है तो कल है अगर हम आज जल की बचत करते है तो हमारी आने वाली पीढीयों को पीने योग्य जल मिल पाएगा। उन्होंने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि समाज में विधि विद्यार्थी होने के नाते तथा रासेयो स्वयंसेवक होने के नाते उनका यह दायित्व है कि वे लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करेें। साथ ही उन्होंने वर्षा जल के संरक्षण और लोगों की नियमित गतिविधियों के दौरान जल संरक्षण के उपायों के बारे में विभिन्न जानकारियां प्रदान की।
भाटिया ने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति अगर सही तरीके से जल का उपयोग करें तो प्रतिदिन 200 लीटर पानी की बचत कर सकता है और प्रति व्यक्ति प्रति दिन अगर जल की बचत करे तो आने वाली पीढीयों के लिए वरदान साबित होगा तथा उन्होंने कहा कि जल संरक्षण एवं जल बचत एक दैनिक अभ्यास का कार्य होना चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों ने जल संरक्षण एवं जल बचत के लिए शपथ ली तथा यह आश्वासन भी दिया कि वे अपने आसपास तथा परिवार जनों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करेंगे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने आगन्तुकों तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही स्वयंसेवकों के द्वारा किए जा रहे सफाई कार्य तथा जन जागरूकता कार्यक्रम के लिए बधाई दी।