Friday, March 29, 2024
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एक साल में खोए सात नेता, अब यहां नहीं होंगे उपचुनाव

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जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में बीते एक साल में अपने सात नेता खोए हैं। इनका निधन बीमारी के कारण हुआ है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मुंडावर से तीसरी बार विधायक चुने गए धर्मपाल चौधरी का गुरुवार को निधन हो गया था। इससे पहले अजमेर सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सांवरलाल जाट और अलवर चांदनाथ के निधन से पार्टी को बड़ी क्षति उठानी पड़ी थी।

मांडलगढ़ विधायक कीर्ति कुमारी की स्वाइन फ्लू की वजह से जान चली गई। खादी बोर्ड के चेयरमैन शंभूदयाल बडगूजर और बीसूका के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता दिगंबर सिंह के निधन से भी पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ। इस दरम्यान लंबी बीमारी के चलते नाथद्वारा से विधायक कल्याण सिंह का निधन हो गया। धर्मपाल चौधरी के निधन से पार्टी एक और बड़ा नुकसान हो गया। इस साल राज्य विधानसभा के चुनाव है और पार्टी को इन नेताओं के प्रभाव वाले क्षेत्रों में नए चेहरों को तलाश करना होगा।

विस में 197 एमएलए, भाजपा के 160 

प्रदेश की विधानसभा में विधायकों की संख्या घटकर 197 रह गई है। यह तीन सीटें, मुंडावर, नाथद्वारा और लालसोट अगले विधानसभा चुनाव तक खाली ही रहेंगी। यहां उपचुनाव नहीं कराए जाएंगे। नियमानुसार विधानसभा का कार्यकाल एक साल का ही रहता है तो फिर रिक्त सीटों पर चुनाव कराने आवश्यकता नहीं रहती। भाजपा के सदस्यों की संख्या भी घटकर 160 हो गई है। यूं तो वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 163 सीटें जीती थीं। चार विधायकों के सांसद चुने जाने चाली सीटों पर उपचुनाव में भाजपा तीन सीटें हार गई थीं। सदस्य संख्या 160 रह गई। धौलपुर का उपचुनाव जीतकर भाजपा 161 पर जा पहुंची। फिर मांडलगढ़ में उप चुनाव हारने से यह संख्या 160 पर आ गई। इस बीच नाथद्वारा विधायक के निधन से भाजपा के सदस्यों की संख्या 159 रह गई। डा. किरोड़ीलाल मीणा सहित तीन विधायकों के भाजपा में शामिल होने से सदस्य बढ़कर 162 हो गए। किरोड़ी राज्यसभा में पहुंचे तो विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया। अब धर्मपाल चौधरी के निधन से भाजपा की संख्या एक बार फिर 160 रह गई है।

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