Friday, April 19, 2024
Homeराजस्थानपायलट ने बनाई 'सरकार' को घर में घेरने की रणनीति

पायलट ने बनाई ‘सरकार’ को घर में घेरने की रणनीति

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अपनी रणनीति को नए रंग देने लगी है। पार्टी के कई जिलों में मेरा बूथ-मेरा गौरव कार्यक्रम शुरू हो चुके हैं। इस बीच पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने इस अभियान की शुरूआत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के चुनाव क्षेत्र झालावाड़ से करके उन्हें घेरने की रणनीति बनाई है।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में संभागों के बाद विधानसभा क्षेत्रों में मेरा बूथ-मेरा गौरव कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। तीन संभागों के बाद अब भरतपुर संभाग का कार्यक्रम 30 मई को करौली में होगा, इस दौरान विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम जारी रहेंगे। झालावाड़ के बाद पायलट अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों के कार्यक्रमों में शामिल होंगे। फिलहाल राज्य में चल रहे इन अभियानों की रोजाना समीक्षा की जा रही है। प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी भी दौरे पर हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अगले माह जून में सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के कार्यक्रम पूरे करने का लक्ष्य रखा है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी राजस्थान में चुनावी यात्रा शुरू करेगी। यह यात्रा सितंबर तक चलेगी।

कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद जैन भाया के हवाले से मीडिया में आई खबर के अनुसार पायलट की पदयात्रा का आगाज तीन अक्टूबर को बारां से होगा। पदयात्रा शुरू होने के बाद पहले दिन पदयात्रा का पड़ाव गांव बामला में डाला जाएगा। इसके अगले दिन खानपुर व तीसरे दिन मंडावर में पड़ाव डाला जाएगा। चोथे दिन पदयात्रा के झालावाड़ पहुंचने पर वहां किसान सम्मेलन का आयोजन होगा। कांग्रेस चुनावों से पहले किसानों को अपने पाले में लाने की कोशिश में जुटी है।

चुनावी घमासान की शुरुआत और पदयात्रा के लिए बारां-झालावाड़ को चुनने के सवाल पर प्रमोद जैन भाया ने मीडिया को बताया कि झालावाड़ मुख्यमंत्री का चुनावी जिला है, लेकिन इस इलाके के किसानों की हालत राजस्थान में सबसे ज्यादा खराब है। बारां-झालावाड़ में किसानों की सबसे ज्यादा मौतें होने के बावजूद सरकार ने उन्हें मदद देना तो दूर सांत्वना देने की जरूरत नहीं समझी है। इसके मद्देनजर कांग्रेस इन किसानों को अपने साथ लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी। इतना ही नहींख् पदयात्रा में किसानों की कर्जमाफी, फसलों के उचित मूल्य, फसलों में नुकसान का मुआवजा समेत किसान समस्याओं को भी मुद्दा बनाया जाएगा।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular