Friday, April 19, 2024
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बीकानेर में केसरिया रैला, ‘जय श्रीराम’ जयघोष के साथ उमड़ा जनसमूह

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हिन्दू धर्मयात्रा का स्वागत करने और निहारने के लिए दाऊजी मंदिर के आगे और सीढिय़ों पर बैठी महिलाएं।
हिन्दू धर्मयात्रा का स्वागत करने और निहारने के लिए दाऊजी मंदिर के आगे और सीढिय़ों पर बैठी महिलाएं।

सुरेश बोड़ा/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। नव संवत्सर के अवसर पर हिन्दू जागरण मंच की ओर से रविवार को निकाली गई हिन्दू धर्मयात्रा में इस बार भी भारी जनसमूह उमड़़ा। सिर पर केसरिया साफा बांधे और हाथों मे केसरिया पताकाएं थामे लोगों का रैला ‘जय श्रीराम’ के जयघोष के साथ करीब सात किलोमीटर तक चला। एम. एम. ग्राउंड से जूनागढ़ तक का समूचा मार्ग केसरिया रंग से सराबोर हो गया।

रैले का आलम ऐसा था कि कहीं भी तिल रखने की जगह नहीं थी। डीजे पर बजते ‘मैं हिन्दू जगाने आया हूं, मैं हिन्दू जगाकर जाऊंगा…..’, ‘पुकारती-पुकारती, पुकारती मां भारती….’, ‘राजतिलक की करो तैयारी, आ रहे भगवाधारी….’ सरीखे दर्जनों ओजस्वी गीतों के बीच रैले में शामिल लोग जमकर थिरके। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे धर्मयात्रा एम. एम. ग्राउंड से शुरू हुई, जो मुख्य आयोजन स्थल जूनागढ़ के पास रात करीब आठ बजे पहुंची। यात्रा का पहला पड़ाव जब जूनागढ़ पहुंचा तो उसका अंतिम छोर एम. एम. ग्राउंड तक था। यात्रा की भव्यता का अंदाजा इसी से लग सकता है। इसमें शामिल होने के लिए न केवल बीकानेर के स्थानीय, बल्कि बाहर ेभी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। हिन्दू जागरण मंच के प्रांत संयोजक जेठानंद व्यास के नेतृत्व में मंच के कार्यकर्ता पूरी यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए थे। जिला और पुलिस प्रशासन की ओर से भी चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए। यह यात्रा एम. एम. ग्राउंड से गोकुल सर्किल, नत्थूसर गेट, बारह गुवाड़ चौक, रत्ताणी व्यासों का चौक, हर्षों का चौक, मोहता चौक, तेलीवाड़ा, दाऊजी मंदिर, जोशीवाड़ा, कोटगेट, महात्मा गांधी मार्ग, शार्दुल सिंह सर्किल होते हुए जूनागढ़ पहुंची। यात्रा को निहारने के लिए पूरे मार्ग में लोगों का हुजूम उमड़ा। यात्रा का जगह-जगह पुष्पों की वर्षा से स्वागत किया गया। मार्ग में शीतल जल, शर्बत, शिकंजी, लस्सी आदि की व्यवस्थाएं की गई। रात्रि करीब आठ बजे जूनागढ़ के पास मुख्य आयोजन स्थल पर मंच के पदाधिकारियों और सनातन धर्म के संतों के सान्निध्य में माता की आरती की गई। इस दौरान समूचा क्षेत्र केसरिया रंग से अट गया।

भीड़ को लेकर लगते रहे कयास

हिन्दू धर्मयात्रा में इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा जनसमूह उमड़ा। ये कयास हरेक की जुबां पर चढ़ा हुआ था। प्रशासन को भी इसका पूर्वानुमान था, लिहाजा सुरक्षा के बंदोबस्त पहले से ही पुख्ता कर लिए गए। जानकार लोगों की मानें तो यात्रा में सत्तर से एक लाख लोग शामिल हुए, जबकि इसके साक्षी बनने वाले जनसमूह का आंकड़ा इससे दोगुना था। यात्रा के प्रत्येक सौ कदम पर डीजे सजे हुए थे। जिन पर बजते ओजस्वी गीतों ने यात्रा में शामिल लोगों, खासतौर से युवाओं में जोश का संचार कर दिया।

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