Tuesday, April 23, 2024
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एसीबी मुख्यालय में आईएएस अफसर से पूछताछ शुरू

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जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। राजस्थान में एनआरएचएम घोटाले में मामले में करोड़ों रुपए की घूस खाने वाले आईएएस नीरज के. पवन से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) गहनता से पूछताछ कर रही है।

एसीबी ने गुरुवार सुबह जाकर नीरज के पवन को पूछताछ के लिए घर पर नोटिस थमाया था और पूछताछ के लिए हाजिर होने के लिए एसीबी मुख्यालय में आने के लिए कहा था। करीब एक बजे नीरज के पवन एसीबी मुख्यालय पहुंचे, जहां एसीबी की टीम ने नीरज के पवन से पूछताछ शुरू की। एसीबी उनसे पद के दुरुपयोग के मामले में पूछताछ कर रही है।

एनआरएचएम के रिश्वत प्रकरण में आरोपी आईएएस नीरज के. पवन 8 महीने जेल में बिता चुके हैं। राजस्थान केडर और 2003 बैच के आईएएस अधिकार नीरज को पिछले साल भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गिरफ्तार किया था। इससे पहले एसीबी नेे कई दिनों की पूछताछ कर उनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाए थे।

अब निजी विश्वविद्यालय भी आरटीआई के दायरे में

जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश के निजी विश्वविद्यालय भी अब सूचना के अधिकार अधिनियम-2005 के दायरे में होंगे। राज्य सरकार ने बड़ी पहल करते हुए प्रदेश के सभी निजी विश्वविद्यालयों को आरटीआई एक्ट की पालना करने को कहा है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग की ओर से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।

इसके अनुसार निजी विश्वविद्यालयों को लोकसूचना अधिकारी की नियुक्ति करनी होगी और आरटीआई के तहत जानकारी मुहैया करानी होगी। यदि आवेदन अस्वीकार किया जाता हैं तो इस पर पैनल्टी भी चुकानी होगी। विभाग ने आरटीआई के सभी नियम कायदों को लेकर विश्वविद्यालय को सख्ती से पालना करने को कहा है। निजी विश्वविद्यालयों को इस आदेश की पालना रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश भी दिए गए हैं।

यह बताया कारण

निजी विश्वविद्यालयों पर आरटीआई एक्ट लागू करने के पीछे सरकार ने कारण बताया है कि इन विश्वविद्यालयों की स्थापना राज्य सरकार के एक्ट के अनुसार की जाती है। ऐसे में उन्हें आरटीआई की पालना भी करनी होगी। सरकार ने निजी विश्वविद्यालयों की पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए यह आरटीआई एक्ट लागू किया जा रहा है, जिसकी यूनिवर्सिटी प्रशासन को पालना करनी होगी। इस दौरान आरटीआई में तय की गई फीस ही इन विश्वविद्यालयों को लेनी होगी।

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