Saturday, April 20, 2024
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कब तक चलेगी सिस्टम की यह नजरअंदाजी?

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बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। शहर की जनसमस्याओं को लेकर कांग्रेस भले ही पिछले आठ दिनों से कलक्ट्रेट के समक्ष अनिश्चितकालीन पड़ाव डाले बैठी हो, लेकिन सिस्टम पर इसका कोई असर नहीं पड़ता नजर नहीं आ रहा। शहर में ऐसी कई समस्याएं हैं जो बीच चौराहे पर नजर आ रही हैं, लेकिन सिस्टम उसे नजरअंदाज कर रहा है।

अब यहां जस्सूसर गेट क्षेत्र का ही नजारा देख लो। पिछले कई दिनों से नाला ओवरफ्लो है और उसका गंदा पानी इलाके के चारों ओर एक किलोमीटर तक पसर रहा है। परकोटे के सबसे व्यस्ततम इस क्षेत्र में दर्जनों मैरिज पैलेस है, स्कूल, कॉलेज और चिकित्सालय हैं। बड़ी संख्या में दुकानें आबाद है। हजारों लोग प्रतिदिन यहां से गुजरते हैं। सब सड़क पर फैले गंदे पानी से गुजरने को विवश है। ऐसा नहीं है कि इस समस्या से नगर निगम के आका अनभिज्ञ है। उन्हें सारा ज्ञान है। सबको पता है कि नाला अवरुद्ध होने का असल कारण क्या है? लेकिन वो करें भी तो क्या? रसूखदारों पर उनका जोर कभी चला ही नहीं है। किसी जरूरतमंद की रेहड़ी तो वो एक झटके में जेसीबी से उखाड़ देते हैं, लेकिन रसूखदारों की एक ईंट भी हटाना उनके लिए पहाड़ जितना बड़ा काम हो गया है। नाले पर उगी हुई अतिक्रमण की अमरबेल उखाडऩे के लिए निगम प्रशासन ने हालांकि कई बार कमर कसी, लेकिन रसूखदारों की दहाड़ के आगे उन्होंने पैर फिर पीछे कर लिए। इलाके में रहने वाले लोगों के लिए यह नाला नासूर बन गया है। श्रमिक नेता हेमंत किराड़ू ने ‘अभय इंडिया’ को बताया कि पिछले कई सालों से नाले की समस्या ने यहां के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। सारा सिस्टम समस्या को समझता और जानता है, लेकिन भुगत आमजन रहा है। किराड़ू ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते इस समस्या का स्थायी हल नहीं निकाला गया तो मजबूरन आंदोलन का रास्ता अख्त्यिार करना पड़ेगा।

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