Friday, April 19, 2024
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फर्जी हथियार लाइसेंस मामले में केन्द्र सख्त, होंगी गिरफ्तारियां

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सुरेश बोड़ा/जयपुर/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। केन्द्र सरकार के गृह मंत्रालय ने प्रदेश में फर्जी हथियार लाइसेंस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगते हुए जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई करने को भी कहा है। इसके साथ ही अब प्रदेशभर में गिरफ्तारियां का सिलसिला शुरू हो सकता है। बीकानेर में करीब एक सौ से ज्यादा लोगों ने नागालैंड एवं जम्मू-कश्मीर से फर्जी लाइसेंस बनवाए थे। पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित भर कर चुकी है। जिला पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा के दावों की मानें तो इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं और कई और जल्द ही होंगी।

सूत्रों के मुताबिक फर्जी हथियार लाइसेंस मामले में राजस्थान एटीएस ने जांच पूरी कर रिपोर्ट गृह विभाग के सुपुर्द कर दी है। राज्य सरकार इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश करने पर भी विचार कर सकती है। गौरतलब है कि करीब तीन महीने पहले पुलिस ने नागालैंड से फर्जी हथियारों के लाइसेंस जारी होने के मामले का पर्दाफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया था। उनसे हुई पूछताछ में सामने आया कि पिछले दो साल में उन्होंने नागालैंड के विभिन्न स्थानों से हथियारों के पांच सौ लाइसेंस बनवाए गए। फर्जी लाइसेंस बनवाने वाले गिरोह के मुख्य सरगना के तौर पर चूरू निवासी भंवर लाल ओझा का नाम सामने आया। वो नागालैंड में छोटा-मोटा व्यापार करता था। इस दौरान जुन्हेबोटो एवं कोहिमा जिला कलक्ट्रेट में उसकी वहां के कर्मचारियों से गहरी दोस्ती हो गई। उनके सहयोग से ओझा ने हथियारों के फर्जी लाइसेंस बनवाने का काम शुरू कर दिया।

सूत्रों की मानें तो एटीएस की जांच में सामने आया कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पूंछ, उधमपुर, श्रीनगर और किस्तवार आदि जिलों से राजस्थान के लोगों के नाम से हथियार लाइसेंस जारी हुए हैं। इनमें से कुछ को तो जम्मू-कश्मीर के विभिन्न स्थानों का मूल निवासी बता कर लाइसेंस बनवाए गए। एटीएस ने इस मामले में मुख्य आरोपी अजमेर निवासी मोहम्मद जुबेर को गिरफ्तार किया था।

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